आतंकवाद: विषाक्त अभिशाप विश्वभर में एकास्वर में समाप्त हो: प्रो. नीलम महाजन सिंह

आतंकवाद: विषाक्त अभिशाप विश्वभर में एकास्वर में समाप्त हो

प्रो. नीलम महाजन सिंह 

राहुल गाँधी का नया आलाप है 'मोदी सरेंडर'। राहुल के अनुसार प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की माध्यम से 'ऑपरेशन सिंदूर' का सीज़फायर किया है। पवन खेड़ा व जयराम रमेश भी यहीं सूर गा रहे हैं। दूसरी ओर मोदी सरकार का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। कांग्रेस ने अपना हमला जारी रखा हुआ है। लेकिन कांग्रेस नेता; सलमान खुर्शीद व डा.शशि थरूर पर कांग्रेस थम नहीं रही। सलमान खुर्शीद ने कहा, "अपने को देशभक्त साबित करना मुश्किल है"? कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद, राज्य मे चुनी हुई सरकार है, औऱ कश्मीर खुशहाली व आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा था। तभी आतंकवादियों ने पहलगाम मे 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी। सलमान खुर्शीद की टिप्पणी के बाद, कांग्रेस पार्टी की भीतर-भीतर आलोचना के बावजूद, आतंकवाद के खिलाफ़त में मोदी सरकार ने वैश्विक पहुंच में अपनी भागीदारी का बचाव किया। सलमान खुर्शीद ने मलेशिया से सकारात्मक प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए पाकिस्तान की कथनी का मुकाबला करने व भारत के लिए समर्थन हासिल करने में प्रतिनिधि मंडल की सफलता पर प्रकाश डाला। डा. शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, अमरजीत सिंह जैसे कांग्रेसियों ने भी इस पहल का समर्थन किया है। कई देशों का दौरा करने वाले इन वैश्विक प्रतिनिधि मंडलों का हिस्सा होने के बाद भारत लौटने पर राष्ट्र के लिए इसके महत्व पर ज़ोर दिया जाना चाहिए। सलमान खुर्शीद कांग्रेस के अनुभवी, प्रबुद्ध पदाधिकारी हैं। यह मिशन, 'आतंकवाद के खिलाफ आउटरीच' था, फिर लोग अटकलें क्यों लगा रहे हैं या वे क्या खोज रहे हैं? खुर्शीद ने इस यात्रा को सफल करार दिया जब उनके प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री डा.एस. जयशंकर से एक ब्रीफिंग के लिए मुलाकात की। सलमान स्वयं भी विदेश मंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी खाड़ी व अफ्रीकी देशों में उनके प्रतिनिधिमंडल के प्रयासों की प्रशंसा की, जहां उन्होंने फिलिस्तीन व कश्मीर के बारे में, पाकिस्तान द्वारा 'झूठी समानता का भंडाफोड़ किया', व भारत के ख़िलाफ पाकिस्तान के आतंकी एजेंडे के बारे में, मेज़बानों को संवेदनशील बनाया। कांग्रेस सांसद डा.शशि थरूर ने अमेरिका की यात्रा समाप्त कर ली है। थरूर ने कहा, "मुझे लगता है कि जो कोई भी सोचता है कि राष्ट्रीय हित में काम करना किसी तरह की पार्टी विरोधी गतिविधि है, तो वास्तव में हमें इस का ओचितय समझ नहीं आ रहा। कांग्रेस पार्टी के इन सदस्यों की आलोचना से अचंभित, कांग्रेस ने इस कार्यक्रम के खिलाफ अपना आक्रमण जारी रखा है। किया। जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने दावा किया, "मीडिया थरूर आदि के बारे में बात करके कांग्रेस के ख़िलाफ, कांग्रेस को खड़ा करने में व्यस्त था, लेकिन यह 'मोदी का आत्मसमर्पण था'।" इस यात्रा ने क्या हासिल किया इसका एक उदाहरण देते हुए, सलमान खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान को अपने प्रतिनिधिमंडल की मलेशिया की तीन दिवसीय यात्रा के बाद, निराशाजनक प्रेस विज्ञप्ति जारी करनी पड़ी। खुर्शीद ने कहा, "इस्लामिक सहयोग संगठन की मज़बूत सदस्यता को देखते हुए मलेशिया द्वारा कुछ सवाल उठाए गए थे"। भारत को मलेशिया के प्रधान मंत्री से समर्थन का एक दृढ़ पत्र मिला। भारत के समर्थन में किसी भी झिझक का कोई संकेत नहीं दिखा। सारांशार्थ, डा. शशि थरूर के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी यात्रा का दौरा किया, जो 24 मई को न्यूयॉर्क में भारत से आई थी, दौरे के अंतिम चरण के लिए वाशिंगटन पहुंचने से पहले गुयाना, पनामा, कोलंबिया और ब्राजील की यात्रा की थी। वाशिंगटन डीसी में ऑपरेशन सिंदूर ग्लोबल आउटरीच पर अमेरिकी थिंक टैंक के साथ चर्चा में, थरूर ने नेतृत्व किया। एक बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने राजनयिक, नेताओं व उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस व उप-सचिव क्रिस्टोफर लैंडौ के साथ बैठक के बाद, पाकिस्तान से निकलने वाले आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत को मज़बूत करने के संकल्प से यात्रा को समाप्त किया। रविवार (8 जून, 2025) को 'एक्स X' पर एक पोस्ट में डा. थरूर ने लिखा, "मैं सभी सदस्यों की ओर से मातृभूमि और देश-विदेश में भारत के प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने खुले कानों से सुना और खुले दिल से स्वीकार किया कि हम अहिंसा के प्रेमी हैं, लेकिन तभी तक जब तक कोई हमें उकसावा नहीं देता...जय हिंद"। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में सरफराज अहमद (झामुमो), गंटी हरीश मधुर बालयोगी (तेदेपा), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भाजपा) व अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत, तरणजीत संधू शामिल थे। चाहे भारत में राजनीतिक दलों में मतभेद हों, परंतु 'राष्ट्र प्राथमिकता' के प्रति मनभेद नहीं होने चाहिए। आतंकवाद, पूर्ण विश्व के लिए विषाक्त अभिशाप है, जिसे एक ही स्वर से समाप्त करना अनिवार्य है। 
प्रो. नीलम महाजन सिंह 
(वरिष्ठ पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक, शिक्षाविद, दूरदर्शन व्यक्तित्व, सॉलिसिटर फॉर ह्यूमन राइट्स संरक्षण व परोपकारक)

singhnofficial@gmail.com

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