जीवन एक यात्रा: कुछ यादें;1997
'संवाद' भारतीय पत्रकारिता संस्थान का त्रैमासिक; फरवरी '९७
'देश की सर्वश्रेष्ठ महिला पत्रकार: नीलम महाजन सिंह"
संपादक: सुरेन्द्र बीनू सिन्हा
छायाकार: प्रदीप कुमार नन्दा
आवरण पृष्ठ: #नीलम_महाजन_सिंह
• हिन्द पत्रिकरिता में एक चमकता नाम है, 'नीलम महाजन सिंह'। यह युवा महिला बहुआयामी प्रतिभा की धनी हैं। नीलम महाजन सिंह पूरे पत्रकारिता जगत में एक दीप्तिवान तारिका की भांति सुशोभित हो रही हैं। नीलम महाजन सिंह का जन्म श्रीनगर में हुआ। आपने हाईस्कूल में इतिहास विषय में सर्वोत्तम 88% अंक अर्जित किए। सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से एम. ए. इतिहास, प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। साथ ही इतिहास विषय में एम. फिल. दिल्ली विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में किया। सम्प्रति वे आजकल दिल्ली विश्वविद्यालय से ही 'जेंडर स्टडीज़ इन इंडिया' हेतु कार्य में व्यस्त हैं। अध्ययन तथा लेखन की सहयात्रा ही नीलम जी की सफलता का कारण है।
नीलम महाजन सिंह ने निम्नलिखित व्यवसायिक अर्हताएँ अर्जित कर अपनी दिशा दृष्टि को पैना बनाया है:-
(१) फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे से सर्टिफिकेट कोर्स इन टेलिविजन न्यूज़ प्रोडक्शन ।
(२) वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में आपने 'ड्रग्स एंड मीडिया' की कार्यशाला में भाग भी लिया।
(३) आपने 'न्यूज एंड करंट अफेयर्स' अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लिया तथा कोपनहेगन, डेनमार्क से भी सर्टिफिकेट कोर्स किया ।
नीलम जी अध्यापन और मीडिया से साथ साथ जुड़ी रही हैं। आप ने दिल्ली विश्वविद्यालय में छः वर्ष एक इतिहास की वरिष्ठ प्रवक्ता के रूप में कार्य किया। तत्पश्चात लोग प्रशिक्षण हेतु दूरदर्शन में वरिष्ठ समाचार संवाददाता के रूप में कार्यरत हैं। साथ ही 'टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप' में भी मीडिया परामर्शदाता का कार्य भी किया है।
नीलम महाजन सिंह विगत १२ वर्षों से राजनीति के विमल आयामीय विकास पर लिख रही हैं। उनके सटीक विश्लेषण से युक्त जीवंत लेख, विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रकारिता में आपके लेख प्रकाशित होते रहे हैं।
पाठक गण बड़े ही चाव से आपके लेखों की प्रतीक्षा करते हैं। आपके लेखों का क्षेत्र अत्यंत विस्तृत है। उसमें राजनीति, आधुनिक राजनीति की रणनीति की कार्यसूची तथा सामाजिक प्राथमिकताएं, जाति धर्म तथा अल्पसंख्यकों की अचार नीति, सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक विषयों में विश्लेषण, राजनीतिक दलों के विवादों का समावेश रहता है। मानवाधिकारों की तो आप प्रवक्ता हैं। अब तक आपके लगभग 300 लेख प्रकाशित हो चुके हैं तथा अनेक राजनेताओं के साक्षात्कार आपकी पेनी सूझबूझ के साक्षी हैं।
प्रस्तुति: गोपालाचार्य 'पराग'
विविध संवाद पत्रिका, फरवरी १९९७, भारतीय पत्रिकारिता संस्थान, आर्य समाज गली, बिहारीपुर, बरेली, उत्तर प्रदेश
https://twitter.com/neelamsinghLLB/status/1480173374181494787?s=20
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